*आज का सवाल न की पाटीदार समाज बल्कि सभी समाज के लिए है। बढ़ती भौतिकतावादी मानसिकता के कारण लिव इन रिलेशनशिप का चलन बढ़ता जा रहा है जिसके कारण जिम्मेदारियां से जुड़े रिश्ते जैसे विवाह और पारिवारिक परंपरा की मान्यताएं टूट रही है *
Relationship
रिश्ता
इसमे पवित्रता है, कर्तव्य बोध है, जिम्मेदारी का भाव है,निष्ठा है, आपसी विश्वास है और सभी सामाजिक पारिवारिक दायित्वों का बोध है।
जब से इसमे लिव इन शब्द जुड़ा और लिव-इन-रिलेशनशिप प्रचलन में आया दायित्व विहीन, असंस्कारित रिश्तो का बीज समाज मे आने लगा और इसका कारण संस्कार विहीन माता पिता द्वारा तथाकथित पड़ी लिखी संतति को समाज को सौपना रहा ये प्रचलन यदि बढ़ने लगा तो एक समय संवेदना शून्य समाज और मशीन की तरह आत्माविहीन मानव नज़र आएगा-इसे रोकना ही पड़ेगा।
हम सभी समाज या वर्ग की बात करेंगे तो शायद मुश्किल लगे लेकिन पाटीदार समाज मे तो इसे फैलने से रोक ही सकते है ।
इसके लिए हमे अपने बच्चों को एकल परिवार की बजाय संयुक्त परिवार के लाभ समझाना पड़ेगा सामाजिक संस्कारो से उसे बचपन से ही परिचित कराना होगा।
हम जो भी आधुनिक शिक्षा बच्चों को दे जहाँ भी,जिस शहर में रह कर दे हमे उनमे बचपन से परिवार संस्था,हमारे पुरातन रिश्ते,रिश्तो से समाज मे हमारी अहमियत,समाज का हमारे जीवन से मृत्यु तक होने वाला सकारात्म परिणाम और खास बात आने वाली संतति के सुखमय जीवन के लिए समाज या कितना महत्व है इन सब बातों को बार बार हर बार जब तक बच्चा 20-25 वर्ष का नही हो जाता बताना ही पड़ेगा और जब एक बार वह संस्कारित हो गया तो जीवन मे राह नही भटकेगा तथा अपने बच्चों को भी वही शिक्षा देगा ।
वैदिक काल से आज तक हजारो वर्षो के बाद भी हम मजबूती से खड़े है तो इसी परंपरागत संस्कारित शिक्षा की वजह से ये तो अभी अभी 5-10 वर्षो से बदलाव शुरू हुआ है समय रहते हमने प्रयास प्रारम्भ कर दिया तो अभी कोई समस्या नही है अभी बीमारी प्रारंभिक दौर में है उपचार संभव है।
यदि समय रहते इस पर चिंतन नही किया और हम भी आधुनिक बनने के चक्कर मे अपनी जिम्मेदारी से भटक गए तो हम तो नही रहेंगे लेकिन हमारे उन्ही पड़े लिखे बच्चो को हम नरक से भी बदतर समाज सोप कर जाएंगे और 50-100 वर्षो बाद कोई विवेकानद पैदा होगा और अपने पूर्वजों के इतिहास को पड़ेगा तो हम मध्यकालीन लोगो को कोसेगा कभी माफ नही करेगा तो उठो जागो और आज से ही प्रारम्भ करो एक संस्कारित समाज का निर्माण।
जय सरदार-जय पाटीदार
नवीन नाहर
शरण्यं
01,द्रोपती नगर राधागंज देवास मध्यप्रदेश
व्यवसाय
Manufacturer of soy products
27th February, 2022