"The Hidden Challenges of Marrying Within the Same Profession"
क्या समान प्रोफेशन में विवाह सही निर्णय है? – एक गहन चिंतन
आजकल विवाह को लेकर एक नई सोच देखने को मिल रही है – "अगर प्रोफेशन डॉक्टर है, तो रिश्ता डॉक्टर से ही होगा, अगर आईटी सेक्टर से है, तो रिश्ता आईटी प्रोफेशनल से ही होगा।" यह धारणा जितनी फायदेमंद लगती है, असल में उतनी ही जटिलताएँ और समस्याएँ भी उत्पन्न कर रही है।
समस्या का मूल कारण
शोध और वास्तविक अनुभवों से यह स्पष्ट हो रहा है कि सबसे अधिक टूटने वाले रिश्तों (डिवोर्स) का एक बड़ा कारण "समान प्रोफेशन" से जुड़ा हुआ है। यह विचारणीय विषय है कि जो लोग एक ही पेशे से संबंध बनाना चाहते हैं, वे अक्सर शादी के बाद आने वाली समस्याओं और दांपत्य जीवन की कठिनाइयों से अनजान होते हैं।
विवाह में समान प्रोफेशन क्यों बन रहा है समस्या?
1. परिवार से दूरी और जुड़ाव की कमी
जब पति-पत्नी दोनों एक ही पेशे में होते हैं, तो उनकी प्राथमिकता करियर बन जाता है, जिससे वे न ही एक-दूसरे को समय दे पाते हैं और न ही परिवार को। व्यस्तता और समय की कमी परिवार के साथ जुड़ाव को कमजोर कर देती है, जिससे पारिवारिक जीवन प्रभावित होता है।
2. प्रेम और आत्मिक संतुष्टि का अभाव
आजकल ऐसे विवाहों में प्रेम सिर्फ दिखावे का रह जाता है। असली खुशी की जगह सिर्फ पैसा और भौतिक सुख-सुविधाओं की लालसा रह जाती है। रिश्ते में भावनात्मक जुड़ाव कम होने से , धीरे-धीरे मतभेद बढ़ते हैं और रिश्तों में दरार आ जाती है।
3. स्थान (लोकेशन) और एक-दूसरे से दूर रहने की समस्या
समान प्रोफेशन में होने का एक और बड़ा नुकसान यह है कि अक्सर दोनों को एक ही जगह पर नौकरी नहीं मिलती। एक को एक शहर में और दूसरे को किसी दूसरे शहर में काम करना पड़ता है। लंबे समय तक साथ न रहने से आपसी सामंजस्य बिगड़ता है, जिससे रिश्ते में ठंडापन और अलगाव बढ़ता है।
4. मानसिक तनाव और प्रतियोगिता
एक ही पेशे में होने के कारण कई बार प्रतियोगिता (Competition) की भावना आ जाती है। दोनों अपने करियर को लेकर संघर्षरत रहते हैं और यह तनाव व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित करता है। एक-दूसरे की सफलता या असफलता को लेकर अहंकार और ईर्ष्या भी रिश्तों को कमजोर बना सकती है।
क्या समाधान हो सकता है ?
✅ विवाह सिर्फ प्रोफेशन देखकर न करें – समान विचारधारा और पारिवारिक मूल्यों का मिलान अधिक जरूरी है।
✅ रिश्ते में प्राथमिकता स्पष्ट करें – पैसा और करियर से ज्यादा आपसी समझ, भावनात्मक जुड़ाव और समय देना जरूरी है।
✅ लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशन से बचें – जहाँ तक संभव हो, शादी के बाद साथ रहने की योजना बनाएं।
✅ परिवार को भी महत्व दें – ससुराल और परिवार के सदस्यों से संपर्क और संबंध बनाए रखें, ताकि रिश्तों में स्थिरता बनी रहे।
निष्कर्ष
समान प्रोफेशन में विवाह सिर्फ बाहरी लाभों को देखकर नहीं करना चाहिए। रिश्ते की असली मजबूती प्यार, समझ, सहयोग और आपसी सामंजस्य से बनती है, न कि केवल प्रोफेशन की समानता से। जो लोग सिर्फ प्रोफेशन देखकर विवाह कर रहे हैं, उन्हें शादी के बाद आने वाली चुनौतियों को भी गंभीरता से समझना चाहिए।
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👉 सही जीवनसाथी चुनते समय भावनात्मक जुड़ाव, पारिवारिक समर्पण और एक-दूसरे के लिए समय देने की सोच को प्राथमिकता दें, ताकि जीवन सुखमय और स्थायी बन सके।
पाटीदार शादी परिवार
राम पाटीदार
9201414819